अहमदनगर जिले में प्राचीनबुद्धगुफा है जो दक्षिण पथ जुड़ी हुई ऐतिहासिक धरोहर है। इसी रास्ते से आप प्राचीन व्यापारी केंद्र पैठन( पतिट्ठान) जा सकते है।
ईसा पूर्व के दूसरे सदी की प्राचीन बुद्ध गुफा और चैत्यगृह अहमदनगर जिले में है जिसे भारतीय पुरातत्व विभाग ही नष्ठ कर रहा है । नाशिक डिविजिज के सहायक संचालक को इस बारे में ऑफिसियली पत्राचार किया उन्होंने साफ जाहिर किया कि पुरातत्व विभाग इसे देखेगा भी नहीं और इसकी सुरक्षा भी नही करेगा। उनके साथ जो पत्राचार हुआ है वह इस किताब के माध्यम से सार्वजनिक किया है।
यह चैत्यगृह और गुफा अहमदनगर के गर्भगिरी पहाड़ पर स्थित है जो शिरपुर से 6 किलोमीटर और पाथर्डी तहसील से 25 किलोमीटर दूरी पर है । प्राचीन काल का इतिहास ही पुरातत्व विभाग नष्ठ कर रहा है इसे उजागर करने का कार्य कर रहा है। इस गुफा और चैत्यगृह के बारे में जानकारी भी इस किताब में है।फिलहाल यह किताब मराठी में है वह थोड़े ही दिनों में हिंदी और अंग्रेजी भाषा मे भी उपलब्ध कराई जाएगी।
किताब का शीर्षक है:-
सावधान!वाचऊया।
प्रकाशक: डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर रिसर्च सेंटर, नवी दिल्ली
“सावधान!
अहमदनगर जिल्यातील प्राचीन बौद्ध लेणी आणि चैत्यगृह पुरातत्व विभागाच नष्ट करीत आहे”
लेखन व संपादन प्रा. विलास खरात सर
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