फाल्गुन की पूर्णिमा का विशेष महत्व है,आज के दिन तिन विशेष घटनाये घटींत हुई और एक दुःखद घटना ।
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1) भगवान बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति का प्रचार प्रसार पुष्प गंध के समान चारो ओर फैला हुआ था। राजा शुधोधन को भी इस बात की ख़बर लगी उसी समय उन्होने भिघु संघ सहित कपिलवस्तु आने का निमंत्रण भगवान बुद्ध को भेजा, उस समय 7 वर्ष के अंतराल मे भगवान कपिलवस्तु लौटे थे ।
2) आज ही के दिन भगवान ज्ञान प्राप्ति पश्चात पहली बार राहुल और यशोधरा से मिले थे ।आज ही के दिन राहुल पुत्र ने धम्मदीक्षा ली थी ।
3) प्रजापति गौतमी पुत्त नन्द ने आज के दिन धम्म दीक्षा ली थी
4) आज के दिन एक दुःखद घटना घटित हुई।
एक नागवंशी राजा की समाज के विद्रोही लोगो द्वारा हत्या की गई और नागयज्ञ नाम के यज्ञ की इसी दिन से शुरूवात की गई जिसे होली का भी नाम दिया गया। होलिका की कहानी तो आप सभी जानते ही है।
होली बौद्ध का त्यौहार नही है,इसलिये बौद्धों ने होली का त्यौहार नहीं मनाना चाहिये।
आप सभी को फाल्गुनी पुर्णिमा मंगलमयी हो।💐। ✍️
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