27/06/2021 नासिक की त्रिरश्मी बुद्ध लेणी समुह मे लेणी संवर्धक टीम MBCPR की तरफ से एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया था। खासकर यह कार्यशाला उन लोगों के लिए था जो सातवाहन कालीन धम्मलीपी के विद्यार्थी है। ईस कार्यक्रम में सुनिल खरे, संतोष वाघमारे, प्रविण जाधव और कई उपासिका व उपासक शामिल हुए थे। यह पर लिखित कई शिलालेखों को पढकर समझने की कोशिश की गई। त्रिरश्मी बुद्ध लेणी समुह पर्वत की उपरी ढलान पर हाल ही में पाएं गये दो भिक्षु निवास स्थान है, उसकी भी जांच की गई और यह बात सामने रखते हुए खुशी हो रही है कि वहा और भी किचड और मिट्टी मे दबे हुए भिक्षु निवास स्थान 99.99 प्रतिशत हो की संभावना हैं। लेकिन यहा ईस ढलान पर जाना कोई आसान काम नहीं है, फिर भी टीम मे मौजुद कुछ बालक, महिलाएं व बुजुर्ग ईन नूतन भिक्षु निवास स्थान को देखने से अपने आप को रोक ना सके और उन्होंने बहुत ही कठिनाइयों से भरा रास्ता पार कर लिया, और बहुत ही प्रसन्नता पुर्वक नूतन भिक्षु निवास स्थान के दर्शन कर लिए।
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